पैक्ड फूड क्यों खतरनाक??
Why packed food is harmful??
दोस्तों आजकल फ़ास्ट फ़ूड मार्केट में बहुत ज्यादा बिकते हैं। आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम भोजन को रेडी ही खरीद कर खाना चाहते हैं। लेकिन क्या आपको पता है इस तरह से रेडी भोजन को खरीद कर खाने से हमारे शरीर को क्या क्या प्रॉब्लम हो सकती है??। जी नहीं शायद आपको यह नहीं पता है,चलिए दोस्तों मैं आपको आज बताता हूं कि आखिर में यह पैक फ़ूड होते क्या है और यह फ़ूड तैयार कैसे किए जाते हैं,और हमारे बॉडी को क्या क्या नुकसान हो सकते हैं ।
खाने पीने की चीजों को किसी डब्बे में बंद करके एक लंबे समय के लिए बेचने के लिए मार्केट में उतारते हैं ।
basically packed food marketing business jo hai yah 3 main point per focus Karta hai 1 quality 2 quantity 3 test.
जब हम बात करते हैं क्वांटिटी की उस केटेगरी में हम फसल का उत्पादन बढ़ाने के लिए उनकी क्वांटिटी बढ़ाने के लिए हम एक लार्ज स्केल पर फर्टिलाइजर्स और पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करते हैं, जो अगेंस्ट द नेचर जाकर के फूड की प्रोडक्शन को बढ़ाता है ।
क्वालिटी में देखने में चीजें साफ सुथरी हो शुद्ध हो देखने में सिर्फ!! खाने में नहीं, इस तरह की चीजों को मेंटेन करने के लिए हम अनाज में खतरनाक फर्टिलाइजर्स और केमिकल के पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल करते हैं ताकि अनाज के दाने साफ सुथरे सोलीड लगे और वह लंबे समय तक टिके रहें।
तीसरा
दोस्तों आज की डेट में आप देख सकते हैं शुगर बीपी थायराइड मोटापा खून की कमी बालों का झड़ना आंखों से कम दिखाई देना दांत कमजोर होना आदि बीमारियां शरीर के अंगों को इस तरह से खराब कर देते हैं कि इन्सान कमज़ोर और लाचार हो जाता है।
क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर कैसे आज से कम तकनीकी ज्ञान के बावजूद भी हमारे पूर्वजों की जिंदगी 90 से 100 साल की हुआ करती थी ?
प्राचीन काल के टाइम में जो हमारे पूर्वज थे ओ शुद्ध जैवीक भोजन करते थे और प्राक्रतिक तरीके से जीते थे। आज हम इतने सारे केमिकली चीजों को हम अपनी बॉडी में डाल लेते हैं परीणाम स्वरूप हम जल्द बूढ़े और कमजोर हो जाते हैं।
इसलिए इन चीजों का सबसे बेहतर उपाय है कि यदि आप चाहते हैं कि मानसिक तौर पर मजबूत रहें और आपका बच्चा आपका परिवार आफ फिजिकली मजबूत रहें और निरोग रहे आपको जैविक पदार्थों का इस्तेमाल करना पड़ेगा जैविक की जिंदगी जीनी पड़ेगी आपको इन खतरनाक केमिकल और रसायनों से दूर रहने के लिए प्रतिबद्ध होना पड़ेगा अन्यथा आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम कितने भी बड़े मुकाम पर पहुंचकर कितना ही सारा संपत्ति और पैसा क्यों न कमा लें लेकिन वह हमारे किसी काम का नहीं होगा क्योंकि हम स्वस्थ नहीं रहेंगे तो दुनिया की सारी दौलत हमारे किसी काम की नहीं होगी। स्वस्थ रहने के लिए निरोग रहने के लिए हमें अपने पूर्वजों के इतिहास को पढ़ना होगा आखिर हमारे पूर्वज किस तरह से प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर के जीते थे। और वह मन बुद्धि और विद्या से मजबूत हुआ करते थे। और खुशहाल जिंदगी जी करके अपनी जिंदगी को समाप्त करते थे ।
उसका एक ही रीजन है उनके थाली में जो भोजन हुआ करता था वह प्राकृतिक हुआ करता था वह शुद्ध हुआ करता था वह प्रकृति के द्वारा बनाए गए आहार चक्रण के अनुसार हुआ करता था जो उनको स्वस्थ रखता था मजबूत रखता था और दिमाग की तौर पर बहुत मजबूत रखता था ।इन सब तरीकों को आज भी हम पा सकते हैं जब जब हम प्राकृतिक तरीके से भोजन करना शुरू कर देंगे आइए दोस्तों आज हम प्रण करे की आज से हम आर्गेनिक भोजन ही करेंगे।
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